Director Desk
श्री आनन्द शर्मा, (भा०प्र०से०)
निदेशक का संदेश
मिथिला चित्रकला संस्थान, मधुबनी।
मुझे यह कहते हुए अत्यंत हर्ष हो रहा है कि मिथिला चित्रकला संस्थान, मधुबनी लोक कलाओं और विशेष रूप से मिथिला पेंटिंग के संरक्षण, संवर्धन और शोध के लिए एक प्रमुख केंद्र के रूप में कार्य कर रहा है।
मिथिला पेंटिंग केवल एक कला नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति और परंपरा की जीवंत अभिव्यक्ति है। हमारा संस्थान इस ऐतिहासिक कला को आगे बढ़ाने, युवा कलाकारों को प्रशिक्षण देने, शोध को प्रोत्साहित करने तथा वैश्विक स्तर पर इसका प्रचार-प्रसार करने के लिए प्रतिबद्ध है। हमारी पहल कलाकारों, विशेष रूप से महिलाओं, को सशक्त बनाने पर केंद्रित है, जिन्होंने इस परंपरा को संजोकर रखा है। संस्थान के माध्यम से हम प्रशिक्षण, नवाचार और बाज़ार से जोड़ने के प्रयास कर रहे हैं, जिससे यह कला आधुनिक युग में भी जीवंत बनी रहे।
मैं कला प्रेमियों, शोधकर्ताओं एवं विद्यार्थियों से आग्रह करता हूँ कि वे हमारे इस मिशन में शामिल हों और मिथिला चित्रकला की समृद्ध धरोहर को संजोने में अपना योगदान दें। आइए, हम मिलकर इस अद्भुत कला को आने वाली पीढ़ियों तक पहुँचाने का संकल्प लें।
श्री आनन्द शर्मा, (भा०प्र०से०)
जिला पदाधिकारी-सह-निदेशक
मिथिला चित्रकला संस्थान,
मधुबनी